नमस्कार दोस्तों जैसा ही आप सब भी जानते हो कि इश्क भी किसी नशे से कम नहीं है। इश्क जिंदगी में खुशियां भी देता है तो दुःख दर्द भी देता है। इश्क का तो अहसास भी बड़ा खूबसूरत होता है। अगर आपको भी किसी से इश्क है। आपको इश्क शायरी पढ़ना पसंद है आप भी इश्क शायरी ढूंढ रहे हो तो आपका इस लेख में स्वागत है।
हमने इस लेख में आपके साथ लिख कर Ishq Shayari, इश्क शायरी दो लाइन, रोमांटिक इश्क शायरी, अधूरा इश्क शायरी आदि शेयर की है। इस लेख में हमने लगभग सभी प्रकार की इश्क शायरी लिखी है। इश्क शायरी पढ़ने का इश्क करने वालों को बहुत ज्यादा शौक होता है। आपको भी इस लेख की शायरी पढ़ कर बहुत मजा आएगा। आपको इस लेख की शायरी पढ़नी चाहिए इसी के साथ आपको इस लेख की शायरी अपने WhatsApp Status व Facebook पर जरूर शेयर करनी चाहिए।
Ishq shayari
ले चलो इश्क को वहां तक।
जहां इस में फूट डालने वाले न आ सके।
पहले इश्क की सबसे कमाल बात ये
है कि, बो आखिरी लगता है ….!💙
सुनो ना…इश्क़ जाहिर करुँ या…
बिखरी हुई ख़ुश्बू से पहचान लोगे…
तेरी एक झलक पाने के लिए
दिल का बेसब्र हो जाना इश्क़ है…❤️
भरोसा न कीजिए कभी
मौसम और इश्क का
गरजते हैं कहीं और तो
बरसते कहीं और हैं…!!
इश्क में कहा कोई उसूल होता हैं….
यार जैसा भी हो कुबूल होता है।।🤗
प्यास से मर जाएंगे
लेकिन इश्क के तालाब को होठों से न लगाएंगे।
हम तो हाज़िर है इश्क़ में मिलने वाली सजा पाने को
कोई आता ही नहीं हमे पटाने को।
कब तलक तेरे इश्क में रोऊं..
मेरे घर के भी हजार मसले हैं…!!
ये रात, ये तन्हाई और तेरी याद
किस किस को बताऊं मै तेरे इश्क की दास्तां।
सबको इश्क करवाओ,
सब बर्बाद होने चाहिए।
झगड़ा करने के बाद
Dp हटाना भी इश्क है 😅
तेरी यादें कांच के टुकड़े और
मेरा इश्क़ नंगे पाओँ।
सर्दी सा होता है__इश्क
ज्यादा हो जाए तो हालत खराब।
इश्क़ अधूरा रहा तो क्या हुआ
हम तो पूरे बर्बाद हुए….🥺
खैर छोड़ो कोई बात नहीं , इतना तो चलता है
हर किसी को इश्क़ थोड़ी मिलता है।
मरना सिखा देती है जिंदगी……
यहां इश्क का system corrupt है साहब……
खामोश तुझे होना ही था, सजा तुझे मिलनी ही थी।
तूने इश्क़ किया है, इश्क का गुनाह कोई छोटा नहीं है।
बताओ हमें देखकर आप क्यों जलते हैं
लो आप करो इश्क मोहब्बत हम चलते हैं।
तुम्हारे इस इश्क़ की दास्तां लिखी हुई है मेरी इन आँखों में,
मैं तुम्हें इश्क के बारे में बताऊ इतना इंतजार मत करना।
मत कर यूं बेपनाह इश्क, ऐ नादां दिल उनसे,
बहुत घाव लगते हैं, उँचाई से गिरने पर।
इश्क शायरी दो लाइन
महज़ एक बूंद का सैलाब हो जाना,
इश्क़ की कशिश है बेहिसाब हो जाना!
चलो अपने इस इश्क़ में कुछ यूँ अंदाज़ अपनाते हैं
तुम अपनी आँखें बंद करो हम तुम्हें सीने से लगा कर दिल की धड़कन सुनाते हैं !! 🥀
तुम्हें एहसास ही नहीं की हम तुमसे कितना इश्क करते है।
हर रोज तुझसे इश्क बड़ता ही जाता है।
जिसका नाम सुनते ही दिल झूम उठे…
उसे उस शख्स के प्रति सच्चा इश्क कहते है।
तुझसे इश्क करता हु तू कहे जो कर जाऊंगा।
तू कहे तो तेरे पैरों मे पड़ जाऊंगा।
इश्क़ कर के वह देखा हमने जो बेबसी देखी न थी
इस क़दर उलझन में हमने इससे पहले ज़िंदगी देखी न थी।
धंधा करने वाली भी जानती है
जिस्म बिकता है इश्क़ नहीं l 💔🩶
किसी को इश्क मे तड़पता हुआ देख कर
अंजाम हम इश्क का सोच कर रोने लगे।
तेरी यादें कांच के टुकड़े और
मेरा इश्क़ नंगे पाओँ।
बातों से इश्क नही होता साहब..!!
इश्क उसे कहते है जो दिल में धड़कता है।
सैलाब तुम्हारे इश्क का जो गुज़रा मेरे बहुत करीब से,
हमने डर कर किनारा पा लिया।
इश्क़ उम्र नही देखता क्योकि…!!
सुकून हर उम्र में जरूरी होता है…!!
इश्क़ तो मांगता है, उम्रों का खिराज…..
एक दस्तक से भला कौन सा दरवाजा खुलता है..!!
रोमांटिक इश्क शायरी
कोई पिला दे हमे भी दो बूंद इश्क की…
कमबख्त उनसे ही इश्क क्यूँ बार बार हो जाता है..
इश्क़ तो मांगता है, उम्रों का खिराज…..
एक दस्तक से भला कौन सा दरवाजा खुलता है..!!
कोई अनजान हमसे भी करता खामोश सी मोहब्बत
हम भी रहे होंगे किसी की अधूरी मोहब्बत।
तबाह होकर भी तबाही दिखती नहीं..!
इश्क वह बीमारी है जिस की दवाई मिलती नहीं।
जलाकर अपना कलेजा कुल्हड़ भी चाय से कितना इश्क करता है। चाय को बाहों में भरता है,
इस कुल्हड़ जैसा इश्क़ भला आज की दुनिया में कौन करता है…।
इश्क़ एक बहुत जहरीला जंगल है साहब,
यहां सांप नहीं हमसफ़र डसा करते हैं।
तुम मत किया करो ना यार, किसी गैर से यूं गुफ्तगू,
इश्क हो तुम मेरे, सच्चा प्यार करते हु मैं तुमसे तो मेरी जलन लाज़मी है,
करोगे क्या हमसे ज़वाब-ए-इश्क़ लेकर
कह तो दिया तेरे हैं हमने फ़क़त तेरे हैं तो बस तेरे हैं
सच्चा इश्क़ शायरी
ए खुदा तुं हमसे इश्क की इंतेहा ना पूछ
हमने उसके दिए अश्क को भी अमृत समझ कर पी लिया!!
बैठा हूँ खफा होके इश्क़ मे गुमसुम🙇♂
तम्मन्ना है दिल की आकर मनाओ तुम🙋♀
खंजर भी हैरान था मेरे ज़ख्म देखकर
इश्क में खंजर से भी ज्यादा धार है। 💔
“इजहार-ए-इश्क” का मजा तो तब है
जब मैं तो खामोश रहूँ और तू बहुत बेचैन रहे…
कम उम्र में इश्क़ करने वाले हम
सही उम्र में बिल्कुल ही अकेले हो गए हैं…।।
इश्क को इश्क से लिखना अच्छा लगता है,
इश्क़ करने से ज्यादा ज़ेहन में रखना अच्छा लगता है ।❤
कोई हमसे भी इश्क़ कर लो यार
हमे भी इश्क चाहिए। झूठा ही सही।
मैं कृष्णा नहीं तुम राधा सही
हम तो इश्क करते है तुम से तुम न करो तब भी चलेगा।
मिलावट है तेरे इस इश्क भी में इतर और शराब की,,,,
हमपे कुछ ऐसा असर करता है कभी महकाता है तो कभी बहकाता है।
पहले झूठे ख्वाब दिखाएगा और उन में डालेगा तुम्हें।
फिर आखिरत में ये इश्क तड़पा तड़पा कर मार डालेगा तुम्हें।
अधूरा ख्वाब…. अधूरा इश्क़…. अधूरी सी हैं बन्दगी….
मेरे हो पर मेरे नही…. जाने कैसी है ये जिंदगी…..!!
जिस्मों पर हक़ तो मिल जाते है, रीति रिवाजों से,
रूह जिसकी दीवानी हो उसे ही सच्चा इश्क कहते है..
यहां कोई अंदर से टूटा हुआ है कोई खुद से ही रूठा हुआ है
ये इश्क़ न जानें कितनों को लुटा हुआ है।
इश्क शायरी दो लाइन Sad
सजा मौत से भी बढ़ कर मिलती..
अगर इश्क़ में हारे हुए आशिक की सुनवाई के लिए अदालत होती…
हमको तो, उतार लेंगे लोग
इश्क़ लटका रहेगा,पंखे पर
छोड़ देंगे हम तुझे बस इतना बता दे यारा
तेरे इश्क की अधूरी कहानी लेकन कहा जाए हम।
ना पूछिए कितना तड़पाता है यह इश्क
हमे तड़पना भी मंजूर है लेकिन वह साथ दे तो।
उनकी य़ादों से इश्क मैं बेशुमार करती रही,
वो लौट कर ना आये मैं इंतजार करती रही।
बेकरार ए इश्क की तालीम मत गाया करो.
यहाँ मोहब्बत करने से पहले हैसियत पूछते हैं।
तुम्हे इश्क का रिवाज निभाना है……..!!
अभी तुम्हे मुझसे और दूर जाना है………!!
ज़ख़्म भर गए सब हादसों के
इश्क़ की चोट लेकिन गहरी है..!
मोहतरमा, बस आपके इश्क़ में झुके है
वरना खुद्दारी की तो हम,ट्यूशन देते थे।
मैं फिर जिंदगी के सफर में निकलूँगा
बस दुआ करना अब इश्क ना हो।
मुझे पतीला भर कर इश्क है जिससे
पर वह मेरी चम्मच भर भी परवाह नहीं करती।
खामोशी सा अंदाज़ ए इश्क तुम्हारा
कुछ समझ नहीं आता फिदा हो जाऊं या फना हो जाऊं…❤️
इश्क बेरहम है
ये तो दिल भी ले लेता है और जान भी ..
हम तुम्हें चाय की तरह
इश्क पिलाना चाहते है।
किसी को बांध के मत रखना
इश्क़ प्रेम का धागा है, मजबूरी
की जंजीर नहीं🩵….
बडा ही जानलेवा था वो इश्क़ जनाब
वो एक वैहेम था हमे खुदपर
कि ऐहेम थे हम उसके लिए।
इश्क की खुली किताब हूँ मैं ,
तुम्हें समझ क्यों न आया ! सारे पन्ने भरे पड़े हैं ,
तुम्हें नाम अपना पढना क्यों न आया !!
हमने हाथ फैला कर इश्क मांगा,
तो सनम ने हाथ चूमकर
जान ही निकाल दी…..💋
अधूरा इश्क़ शायरी
ए इश्क
तुझे जन्नत नसीब नहीं होगी
तूने बहुत से मासूम लोगो को बड़ी बेरहमी से बर्बाद किया है।
उम्र ढलने का ग़म किसे
बस मेरी आँखों से उसके
इश्क़ का ख़ुमार न ढलें ..
इश्क़ मे हम्से दिल लगाकर रुठ बैठे हो जाना… .
अभी सफर दुर का है… .
इतने मे ही थकने लगे क्या…
जब इश्क हद से गुजर जाता हैं
तो जाता कहां हैं..?
कोई बतायेगा?
जब इश्क का syllabus चल रहा था
खुदा के दरबार मे
बेवफाई के topic पर हमारी हाजरी नही थी
ये इश्क के दरिया मे ना पड यारा… .
यहा अक्सर बर्बाद हुए है… .
किताबो मे फुल सजाने वाले… .
जरूरी नहीं है की
इश्क बाहों के सहारे मिले
किसी को जी भर के
महसूस करना भी मोहब्बत है।
हुस्न और इश्क की भी
कितनी गजब की यारी है
एक खूबसूरत परिंदा तो
दूसरा लाजवाब शिकारी है।
निखर जाती है मेरी मोहब्बत
तेरी आजमाइश के बाद
सवरता जा रहा है ये इश्क
तेरी हर फरमाइश के बाद !
तुम से इतना इश्क़ हो गया हैं कि
अब सारे गम फीके लगते हैं।
आपको भी किसी से सच्चा इश्क है और आपने यह लेख भी पढ़ा है तो हम बड़े यकीन के साथ कह सकते है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख पढ़ कर जरूर आनंद आया होगा। अगर आपको यह लेख वाकई अच्छा लगा है तो आपको इस Ishq Shayari लेख को अपने सभी दोस्तों के साथ जरूर शेयर करना चाहिए।